13 Guiding Practices of a Pyramid Master
एक Pyramid Master का जीवन होता है..समग्र जीवन… आनंदपूर्ण जीवन….
प्रत्येक Pyramid Master एक रत्न है.. और उनका जीवन समाज के लिए उदाहरण है।
Pyramid Spiritual Societies Movement के 18 Principles को तो हम सभी जानते हैं…..
इन 18 सिद्धांतों के बाद ब्रह्मर्षि पत्रीजी ने 13 Practices के बारे में बताया …..
जिन्हें हर Pyramid Master को अपने आचरण में लाने का अभ्यास करना चाहिए।
1. हाँ, हाँ और सिर्फ हाँ कहें – Say Yes Only
PSSM के किसी भी कार्य के लिए हाँ हाँ और सिर्फ हाँ कहें ….
कभी भी किसी भी परिस्थिति में नकारात्मक शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ना कहना या नकार की भावना आपके जीवन को भी नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है। अगर संभव हो तो जिस भी कार्य के लिए आपको कहा गया है – उसमें सहायता करें, अगर संभव नहीं हो – तो मौन रहना सबसे उचित है।
2. चेहरे पर हमेशा मुस्कराहट रखें – Keep Smiling
यदि आप एक पिरामिड मास्टर हैं तो आपके चेहरे पर हमेशा मुस्कराहट रहनी चाहिए। यह तब ही संभव है जब आप ध्यान का निरंतर अभ्यास करते हैं, ध्यान करने से ही आपको इस आनंद की प्राप्ति होती है।
3. कार्य करें, श्रेय दूसरों को दें – Do Work, Give Credit to Others
पिरामिड सोसायटी द्वारा किये जाने वाले आध्यात्मिक कार्यों को सभी के साथ मिलकर करें और कार्यों को पूरा करने का श्रेय हमेशा दूसरों को दें।
लोक कल्याण के सभी कामों में अपने आत्म मित्रों के साथ बढ़ चढ़ कर भागीदारी लें, इससे आपमें सामूहिक चेतना का विकास होता है।
4. सभी का सम्मान करें – Respect Everyone
अगर आप लम्बे समय से ध्यान और स्वाध्याय कर रहे हैं तो आप एक सीनियर पिरामिड मास्टर हैं और एक सीनियर पिरामिड मास्टर की ज़िम्मेदारी बनती है कि वो निरंतर आत्म प्रगति के लिए अभ्यास करे लेकिन साथ ही जूनियर पिरामिड मास्टर्स का भी स्वयं जितना ही सम्मान करे।
5. सामूहिक चेतना का विस्तार करें – Expand Collective Consciousness
हमेशा याद रखें कि पिरामिड आध्यात्मिक समूह में हम सभी का अपना विशेष स्थान है। सभी अपने आप में अद्वितीय हैं और हम सभी को साथ रहकर सामूहिक चेतना का विस्तार करना है।
6. वातावरण को स्वच्छ रखें – Keep Your Surroundings Clean
जैसा आपके आस पास का वातावरण होता है वैसा ही प्रभाव आपके जीवन पर भी पड़ता है। शुद्ध सात्विक जीवन जीने का एक पहलू यह भी है कि आप जहाँ भी रहें अपने आस पास के वातावरण को स्वच्छ रखें। जय हो स्वच्छ भारत।
7. आत्मिक उत्थान पर कार्य करें – Keep Working on Yourself
व्यक्तिगत स्वच्छता, व्यक्तिगत सुखों और आत्मिक उत्थान के लिए प्रतिदिन पूरे हृदय से स्वयं पर कार्य करें।
8. समय के साथ आवश्यकताएं कम करें – Reduce Requirements with Time
पूर्ण रूप से भौतिक आवश्यकताएं जैसे भोजन और नींद आपको भौतिक तल पर रोक कर रखती हैं। इसलिए निरंतर अभ्यास से जब आपका ध्यान गहन होने लगे तब धीरे धीरे अपनी भौतिक आवश्यकताओं में संयम बरतें और समय के साथ उन्हें कम कर दें।
9. सेवा के लुइए हमेशा तैयार रहें – Be Ready to Serve
सेवा से सम्बंधित किसी भी छोटे से छोटे कार्य को करने के लिए भी प्रत्येक पिरामिड मास्टर को हमेशा तैयार रहना चाहिए।
10. वर्तमान में रहें – Be in the Present
जो बीत गया उसके बारे में एक पिरामिड मास्टर कभी बात नहीं करता, क्यूंकि जो भी हो चुका है उसे किसी तरह बदला नहीं जा सकता। इसलिए एक पिरामिड मास्टर को भूतकाल में बिलकुल नहीं उलझना चाहिए लेकिन आगामी 24 घंटों के लिए हमेशा एक स्पष्ट योजना रखनी चाहिए।
11. कोई भी कला, खेल या संगीत चुनें – Choose any Sports or Art
एक बेहतर जीवन के लिए जितना ज़रूरी ध्यान और ज्ञान है उतना ही अन्य कलाएं भी हैं। प्रत्येक पिरामिड मास्टर को अपने मनपसंद खेल या संगीत या किसी भी कला में प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए और उन्हें अपने जीवन का एक अभिन्न अंग बनाना चाहिए।
12. हमेशा अच्छा सोचें – Always be Kind and Positive
अगर कोई व्यक्ति आपका कुछ बुरा कर देना चाहता है, तब भी उसके प्रति अपने मन में कड़वाहट न रखें। जो जैसा सोचता है उसका जीवन वैसा ही बन जाता है इसलिए यदि कोई आपका बुरा चाहता है तब वह अपने जीवन में नकरात्मकता का निर्माण करेगा लेकिन एक पिरामिड मास्टर अपने मन के वश में नहीं होता इसलिए ऐसी परिस्थिति में भी उसके प्रति अच्छा ही सोचें।
13. स्वयं से प्रेम करें – Love Yourself
स्वयं के प्रति प्रेमपूर्ण व्यवहार रखें, किसी भी कार्य को पूरा करने पर या कुछ भी अच्छा करने पर स्वयं की सराहना भी करनी चाहिए।