Brahmarshi Patriji Concepts on Aatm Yogi Bhav | PMC Hindi

क्या आपको पता है, पृथ्वी पर मौजूद मनुष्य जाति की vibrational frequency का कुल योग, पृथ्वी की vibrational frequency के बराबर होता है। इसीलिए जब लाखों लोग एक साथ बैठकर ध्यान करते हैं, तो इस शक्ति क्षेत्र की तरंगें पूरी पृथ्वी की ऊर्जा को बढ़ाने और सुरक्षित करने का काम करती है!

इसी क्रम में ब्रह्मर्षि सुभाष पत्री जी ने 2010 में Dhyan Mahachakram की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य पूरी पृथ्वी पर सकारात्मक ऊर्जा स्थापित करना है। इस महोत्सव में विश्व के विभिन्न स्थानों से आये लाखों साधक भाग लेते हैं। जहाँ सामूहिक ध्यान, अखंड ध्यान, विभिन्न कार्यशालाएं व् सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि होते हैं। हर ध्यानमहाचक्र में सुबह तीन घंटे अखंड ध्यान होता है, जिसके बाद पत्री जी अपना सन्देश देते हैं।  

अभी तक यह केवल तेलुगु भाषा में ही उपलब्ध था, लेकिन अब PMC हिंदी का नया show ‘आत्म योगी भव‘, ब्रह्मर्षि सुभाष पत्री जी के इसी ध्यानमहाचक्रम को आपके लिए हिंदी भाषा में लेकर आ रहा है। 

अब करें सुबह की शुरुआत, ‘आत्म योगी भव्’  के साथ। सोमवार से शनिवार, सुबह 7.00 बजे।