Is it important to see Visions in Meditation? | Answer in Hindi

ध्यान(Meditation) का अर्थ है अपने भौतिक शरीर (Physical Body) और अपने मन (Mind) पर से ध्यान हटाकर अपनी सांसों को महसूस करना। ध्यान की अत्यंत सरल तकनीक है आनापानसति (Anapanasati) ध्यान । Meditation की इस प्रक्रिया में केवल अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। ध्यान के दौरान व्यक्ति कई तरह के अनुभवों को महसूस करता है, इन अनुभवों को ध्यानुभव कहा जाता है।

ध्यान में होने वाले अनुभवों में से एक है Visions देखना। हर व्यक्ति चाहता है कि ध्यान में उसे Vision दिखे और अगर उन्हें ध्यान में Visions नहीं दिखते तो वह ऐसा मान लेते हैं कि वह सही से ध्यान नहीं कर रहे या फिर उनका ध्यान नहीं लग रहा। यहीं वह गलत हो जाते हैं। ऐसे कई साधक हैं जो सालों से ध्यान साधना कर रहे हैं लेकिन उन्हें कोई भी Vision नहीं दिखते, तो इसका मललब यह नहीं हुआ कि वह सही से ध्यान नहीं कर रहे। हर व्यक्ति का ध्यान का अलग अनुभव होता है, हमें किसी दूसरे व्यक्ति के अनुभव से प्रभावित नहीं होना चाहिए।

ध्यान एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें आप जितना अधिक ध्यान करेंगे उतना ही गहन ध्यान कर पाएंगे, यह एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। अगर कोई भी व्यक्ति अपनी Third Eye Open करना चाहता है तो उसके लिए आपको ध्यान साधना में गहरा उतरना होगा।

– P.V. Rama Raju पी.वी राम राजू (सीनियर पिरामिड मास्टर)