Why Youth Should Meditate? | Answer in Hindi

ध्यान की अत्यंत सरल तकनीक आनापानसति ध्यान है, इस विधि से सरल तकनीक और कोई भी नहीं। इसमें आपको केवल अपनी प्राकृतिक सांसों के साथ बनें रहना होता है। यह किसी भी व्यक्ति के द्वारा और किसी भी आरामदायक स्थान पर किया जा सकता है।

बात करें युवाओं कि तो आजकल के युवा (Youth) भी बढ चढ कर ध्यान कर रहे हैं। कई ऐसी संस्थाएं भी हैं जो ध्यान का प्रचार प्रसार करती है, जिसमें से एक PSSM भी है। आपको बता दें कि Pyramid Spiritual Societies Movement (PSSM) का गठन ब्रह्मर्षि पत्रीजी के द्वारा साल 1990 में किया गया था। इसके चार मूल सिद्धांत हैं – शाकाहार जगत, आध्यात्मिक ज्ञान, सज्जन सांगत्य और ध्यान।

युवाओं को ध्यान क्यूं करना चाहिए?

  1. तनाव (Stress), चिंता (Anxiety) और यहां तक कि अवसाद (Depression) को भी कम करता है।
  2. परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन(Perform) करने में काफी मददगार साबित होता है।
  3. ध्यान (Focus) और एकाग्रता (Concentration) बढ़ाता है।
  4. मन में फैली नकारात्मकता (Negativity) का अंत करता है, जो मानसिक बीमारी (Mental Illness) से रक्षा करते हैं और भावनाओं (Emotions) पर नियंत्रण में सुधार करते हैं।
  5. करुणा (Compassion) और सहानुभूति (Sympathy) बढ़ाता है।
  6. अनिद्रा (Insomnia) की समस्या में सुधार करता है।

यह वैज्ञानिक रूप (Scientifically) से प्रमाणित है कि ध्यान कर मनुष्य अपनी हर समस्या से निजात पा सकता है। कम उम्र में ध्यान करने से हमारे व्यक्तित्व (Personality) का भी सकारात्मक रूप से विकास होता है और हमें उचित दृष्टिकोण मिलता है।

ध्यान किसी भी जगह किया जा सकता है क्योंकि ध्यान से उत्पन्न ऊर्जा न स्थान देखती है और न ही समय। ऊर्जा न सकारात्मक होती है और न ही नकारात्मक। यह हम पर निर्भर करता है कि हम उसे कैसे प्राप्त करते हैं।

– राधिका अग्रवाल (सीनियर पिरामिड मास्टर)